एमपीपीएससी / 31 हजार में से 80% ने दी परीक्षा, पहली शिफ्ट में पेपर बिगड़ा तो दूसरी में शामिल ही नहीं हुए 235 उम्मीदवार

एजुकेशन डेस्क. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 540 पदों के लिए राज्य सेवा परीक्षा-2019 और 6 पदों के लिए राज्य वन सेवा परीक्षा-2019 के तहत प्रिलिम्स एग्जाम रविवार को भोपाल के 69 केंद्राें आयोजित की गई। इसमें 31 हजार 88 उम्मीदवारों में से 25 हजार 168 परीक्षा देने पहुंचे। 5920 उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए। केंद्र पर गर्म कपड़े पहनकर परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों की बारीकी से चैकिंग की गई। वहां तैनात पुलिस कर्मियाें ने उम्मीदवारों के स्वेटर, जैकेट और मफलर आदि की बारीकी से जांच की। इस दाैरान यह देखा गया कि गर्म कपड़ाें के भीतर कहीं ब्लूटूथ या ऐसी ही काेई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ताे नहीं छिपी है। 


 


गर्म कपड़ाें की दो बार की गई जांच


शहर में नकल का एक भी मामला सामने नहीं आया। ठंड के मद्नदेजर परीक्षार्थियों को जूते व मोजे पहनने की छूट दी गई थी, लेकिन परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले सभी परीक्षार्थियों के गर्म कपड़ाें की दो बार जांच की गई। परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई। पहली शिफ्ट में शामिल हुए उम्मीदवाराें में से 235 दसरी शिफ्ट में शामिल ही नहीं हुए। इसकी वजह यह रही कि पहली पाली में ही उनका पेपर बिगड़ गया था।


 


सभी केंद्रों पर 2 पुरुष व 1 महिला आरक्षक तैनात


महिला परीक्षार्थियों की तलाशी लेने का जिम्मा महिला सुरक्षा कर्मियों पर था। सभी केंद्रों पर 2 पुरुष व 1 महिला आरक्षक तैनात किए गए थे। किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए परीक्षा केंद्रों पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इसके अलावा मॉनीटरिंग आयोग द्वारा नियुक्त किए गए तीन ऑब्जर्वर (रिटायर्ड आईएएस) राजकुमार पाठक, एजे खान एवं जेएल राठौर ने भी परीक्षा केंद्रों का मुआयना किया। 


इन पर रही पाबंदी…


घड़ी, बैंड, कलावा, रक्षा सूत्र परीक्षा में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ ही घड़ी, बैंड, कलावा, रक्षा सूत्र, सभी प्रकार के आभूषण, कमर में बांधने वाला बेल्ट, पर्स, वॉलेट, बालों में बांधने वाले क्लेचर, बैंड, टोपी आदि पर पहले से ही पाबंदी थी।